मेरठ के अब्दुलापुर गांव(थाना भावनपुर) में शिव मंदिर के पुजारी कांती प्रसाद द्वारा गले में भगवा फटका डालने पर शांतिदूत उन्हें परेशान करते थे, विरोध करने पर उनकी लिंचिंग कर दी गयी। मुख्य आरोपी नदीम मेवाती अभी भी फरार है। क्या सेक्युलरिज्म के नाम पर भारत में भगवा पहनना भी अपराध है?



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